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RE: मन का माधुर्य : सेवा धर्म ( अंतिम भाग #२) | The melody of mind: service religion (Final Part # 2)
रविशंकरजी ने सच्चे दिलसे रोगी की सेवाकी, आजकल तो ऐसे सेवाभावी डोकटर मिलते कहाँ है।
रविशंकरजी ने सच्चे दिलसे रोगी की सेवाकी, आजकल तो ऐसे सेवाभावी डोकटर मिलते कहाँ है।
True ,most doctors today are cheaters .But I have met few doctors who won my heart
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