
कुछ लोग इसलिए दुःखी है कि उनके पास कुछ नहीँ है| और कुछ लोग इसलिए दुःखी है कि उनके पास इतना ज्यादा धन है कि उसे संभालने में सुख चैन खो गया। हर कोई दुःखी है,सुखी सिर्फ वही है जिस के मन में शांति और संतोष का भाव है| संतुष्ट मन दुनिया की परम दौलत है| कदम सफलता की'.