'इश्क़ नाज़ुक- मिज़ाज है बेहद, अक़्ल का बोझ उठा ........neraj523 (51)in #sayri • 3 years ago 'इश्क़ नाज़ुक- मिज़ाज है बेहद, अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता!