'इश्क़ नाज़ुक- मिज़ाज है बेहद, अक़्ल का बोझ उठा ........

in #sayri3 years ago



'इश्क़ नाज़ुक- मिज़ाज है बेहद, अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता!