शत्रुता भी व्यक्ति को इतना कूर नहीं बनाती जितना कि उसके साथ...........
शत्रुता भी व्यक्ति को इतना कूर नहीं बनाती जितना कि उसके साथ हुआ झूठा प्रेम बना सकता है|'."
शत्रुता भी व्यक्ति को इतना कूर नहीं बनाती जितना कि उसके साथ हुआ झूठा प्रेम बना सकता है|'."