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RE: सुख : स्वरूप और चिन्तन (अंतिम भाग # ४) | Happiness : Nature and Thought (Final Part # 4)

in #life7 years ago

जिंदगी में चाहे कितने कितने भी कष्ट क्यो ना आये पर जो इंसान हर उस छोटी
बात में भी खुशी ढूढता है आखिर कर खुश वही इंसान रह पाता है,
वरना दुख तो हर किसी के नसीब में तो होते ही है
जरूरत है तो सिर्फ खुशी के तलाश की
धन्यवाद।।।।