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RE: जैन दर्शन - अंतरात्मा की परिणति - भाग # २
इसमें विश्वास न करने का कोई कारण ही नहीं है और ये कोई भूत, अंधविश्वास तो है नहीं.
सोच कर देखो इसमें कोई बुराई नहीं है.
इसमें विश्वास न करने का कोई कारण ही नहीं है और ये कोई भूत, अंधविश्वास तो है नहीं.
सोच कर देखो इसमें कोई बुराई नहीं है.