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RE: जैन दर्शन - अंतरात्मा की परिणति - भाग # २
महेताजी बहुत अच्छा लगता है आपका ब्लोग पढकर लेकिन आत्मा और शरीर अलग है ये समजले हुए भी कई लोग वास्तव में वक्त आने पर भुल जाते हैं!
महेताजी बहुत अच्छा लगता है आपका ब्लोग पढकर लेकिन आत्मा और शरीर अलग है ये समजले हुए भी कई लोग वास्तव में वक्त आने पर भुल जाते हैं!
@jsdjack
ये जो समय है ना, अच्छे अच्छो को सब भुला देता है. आपको अच्छा लगा यही मेरे लिए बहुत है.