पिंजरा तोड़ा ही नहीं जाता है बल्कि पंछी को नया पिंजरा पकड़ा कर मन बहलाने का प्रयास किया जाता है जो कुछ समय तक कारगार भी साबित होता है। थोड़े समय बाद जब पंछी फिर आजादी की बात करेगा तो तब तक नई सत्ता आने का समय हो जाएगा जो एक नया पिंजरा उसे मुहैया करा देगी। बेशक वादा इस बार हीरे-पन्ने से सुशोभित स्वर्ण पिंजरे का किया जाएगा।
bahut khub sir