होली के रंग बांके बिहारी मंदिर में
हर जगह मैं सही हूं यह कहते कहते मेरा बाप गलत है एक दौर आ वो भी आ जाता है जब सामने खड़ा अपना बेटा समझाने लगता है मैं सही हूं आप ही नासमझ और गलत हैं इसके लिए हर बाप को एक बेटा होना चाहिए जो उसे ज्ञान दे कि सही कौन गलत ये बताने के लिए समय बार बार लौटता है। अपनी गलतीयां शातिराना अंदाज में छिपाते हुए न जाने कितने बार बात बात में बच्चे मां-बाप को गुनाहगार कसूरवार साबित कर निकलने में कामयाब हो जाते हैं।