The Diary Game is 1729th entry 29th Sep, 2025.
Morning time.
मैं सुबह लगभग 4:30 पर जाग जाता हूं अचानक नींद से जाकर मैंने सोचा सो जाता हूं लेकिन फिर मैं सोचा अभी तक अभी 10 से 15 मिनट है तो इसलिए सोचा आप कमरे से बाहर आया और अपने लिए फ्रेश होने चला गया वहां से आने के बाद अपना व्यायाम किया और फिर बीच में दूध लेने चला गया वापस आने लगे 15 20 मिनट लगती है लेकिन आप 25 मिनट लगी फिर कुछ देर बाद मैंने एक गिलास गर्म पानी पिया स्नान किया और तैयार हो गया फिर मैं अपना स्कूटर लेता हूं और खतौली जा रहा हूं वहां पहुंचने में 10 से 15 मिनट लगी उसके बाद में क्लास में जाता हूं वहां पर देखता हूं कि अभी पेपर पर शुरू हो गया है वापस आया और टच मंजिल पर चला गया वहां पर देखता हूं मिस्त्री चारों तरफ को बॉर्डर बना रहे हैं मैंने कहा सच बड़ा चित्र बना देना इसमें कोई भी कमी नहीं आनी चाहिए उन्होंने कहा कि ठीक है सनम बहुत ही कोशिश करेंगे एक अच्छा बॉर्डर आपको बना कर दे
फिर मैं वापस आ गया तब मैं अकेला कक्षा में जाता हूं थोड़ी देर में बैठ जाता हूं और सभी को चेक करता हूं क्योंकि मैं जानना चाहता हूं कि कोई भी त्रुटि न रहे इसलिए मैंने परीक्षा का सारा पेपर पढ़कर बता दिया है मुझे लगता है कि कक्षा में सभी छात्र दो होशियार है और लगता है कि आने वाले दिनों और हो जाएगा किसी कारण की डरने की बात नहीं है तो मैं इनका इंतजार किया और कुछ देर बाद में मैडम कुछ कहा कि सभी बच्चों की कॉपी चेक कर लेनी है और मैं उनके नंबर भी दे दिए हैं फिर सभी मैडम कॉपी इकट्ठा करती है उसके बाद ही चेक करेगी फिल्म घर जाने की तैयारी कर रहे हैं लेकिन मुझे स्कूल पहुंचना है
दोपहर का भजन में आलू प्याज की सब्जी है फिर मैंने अपना भोजन कम किया और 15 मिनट बाद भोजन किया भजन देखने में तो स्वाध्याय स्टार लेकिन कभी-कभी कुछ चीज जैसे होते हैं जो हमारे अनुसार नहीं होती है तो तब मैंने भोजन को देखा कि वह कोई फार्मूला है
सब हो गई है तब रिक्शावाला आता है वह कहता है उसकी सर कहां पर मैंने का अंदर है उन्होंने कहा है कि सारा सामान भरकर बाहर पहुंचाना है तो मैंने पूछा कि ठीक है सर कोई भी कमी नहीं रहनी चाहिए तो मुझे लगता है कि मैं पूरा हो जाना चाहिए तब मैं अन्य भूत वालों को देता हूं उसे सामने जा रहा हूं लेकिन तो रोटी तो तुरंत दे लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए तो मैं नशा समाज में रखा और फिर गांधी के साफ की और अच्छी तरह मैं बाथरूम में रख दिया तो मुझे उम्मीद है कि दोनों एग्जाम बनोगे
Photos captured by | @ahlawat |
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The Diary Game | Sometimes there are things we don't want to do, but then we are given a chance to do them, and we want to leave them incomplete. |
Device name | Nothing |
Location | Khatauli |
25% to | @null |
I hope you like this. | Thanks for reading. You are all welcome.. |
