जब भी तुम्हें अत्यंत कष्ट का अनुभव होगा, तुम सदैव बदलाव की राह पर..........."
जब भी तुम्हें अत्यंत कष्ट का अनुभव होगा, तुम सदैव बदलाव की राह पर चलने का प्रयास करोगे! श्रीमद्रगवद्दीता'."
जब भी तुम्हें अत्यंत कष्ट का अनुभव होगा, तुम सदैव बदलाव की राह पर चलने का प्रयास करोगे! श्रीमद्रगवद्दीता'."