Beautiful thoughts
दुःख, दर्द, चिंता, डर, संकोच, घृणा और जलन यह सब अपने अंदर अपने आप ही पैदा किए भाव हैं यह अपनी इच्छा पर निर्भर है हम इनसे चिपके रह कर बर्बाद हो जाएं या अलग होकर बिंदास जिंदगी जिएं।
दुःख, दर्द, चिंता, डर, संकोच, घृणा और जलन यह सब अपने अंदर अपने आप ही पैदा किए भाव हैं यह अपनी इच्छा पर निर्भर है हम इनसे चिपके रह कर बर्बाद हो जाएं या अलग होकर बिंदास जिंदगी जिएं।